नमस्ते दोस्तों! मैं Avishek Giri आप सभी का स्वागत करता हूं। फोन पर होने वाली धोखाधड़ी अब भारत में एक गंभीर समस्या बन चुकी है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और कम टेक-सेवी लोगों को स्कैमर्स आसानी से निशाना बना लेते हैं। ऐसे में Google ने भारतीय यूजर्स के लिए एक ऐसा फीचर पेश किया है, जो फोन कॉल के दौरान रियल-टाइम में खतरे का पता लगा सकता है। यह सिस्टम किसी भी संदिग्ध बातचीत को पहचानकर तुरंत यूजर को अलर्ट कर देता है, ताकि यूजर स्कैम का शिकार बनने से पहले ही सतर्क हो जाए।
Google ने इस फीचर को सबसे पहले पिक्सल स्मार्टफोन के लिए लॉन्च किया है और इसे Gemini Nano AI के साथ तैयार किया गया है। यह फीचर भारत में बढ़ते डिजिटल फ्रॉड, फिशिंग स्कैम, डिजिटल अरेस्ट जैसे मामलों को रोकने के लिए बनाया गया है। यह कदम खासकर उन परिवारों के लिए बेहद राहत भरा है जिनके घर में बच्चे और बुजुर्ग फोन का इस्तेमाल करते हैं।
कॉल के दौरान AI बताएगा कि सामने वाला स्कैम कर रहा है या नहीं
इस फीचर की खासियत यह है कि यह पूरी तरह फोन पर ही काम करता है, यानी आपकी कॉल रिकॉर्ड नहीं होती और न ही डेटा Google के सर्वर पर जाता है। जैसे ही कोई अनजान नंबर कॉल करता है और बातचीत में कुछ ऐसा कहा जाता है जो फ्रॉड से जुड़ा हो जैसे बैंक अकाउंट से पैसे निकालने की बात, OTP शेयर करने की कोशिश, डिजिटल अरेस्ट का बहाना, या किसी सरकारी अधिकारी का झूठा दावा तो फोन तुरंत अलर्ट दिखा देता है।
अगर यह फीचर ऑन है, तो कॉल पर एक हल्की बीप सुनाई देती है, जो दोनों तरफ के लोगों को बताती है कि स्कैम डिटेक्शन चल रहा है। जरूरत पड़ने पर इसे कॉल के दौरान भी बंद किया जा सकता है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए क्यों इतना जरूरी है यह फीचर
पिछले कुछ सालों में स्कैमर्स सबसे ज्यादा उन लोगों को टारगेट कर रहे हैं, जो टेक्नोलॉजी को लेकर कमजोर हैं। इसमें दो वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं घरों के बच्चे और बुजुर्ग।
बच्चे अक्सर ऑनलाइन गेम्स, रिवॉर्ड्स या वेरिफिकेशन कॉल के जाल में फंस जाते हैं, जबकि बुजुर्ग सरकारी विभाग, बैंक या नौकरी के नाम पर ठगी का शिकार बन जाते हैं। Google का यह नया सिस्टम इन दोनों को बचाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है, क्योंकि यह बातचीत के दौरान ही खतरे की पहचान कर लेता है और यूजर को तुरंत चेतावनी दे देता है।
पेमेंट ऐप खोलते ही मिलेगा चेतावनी अलर्ट
Google ने इस फीचर के साथ एक और सुरक्षा लेयर जोड़ी है। अगर कोई यूजर कॉल पर है और उस दौरान Google Pay, PhonePe, Paytm या किसी बैंकिंग ऐप को खोलता है, तो Pixel फोन तुरंत एक अलर्ट दिखाता है। यह सुविधा इसलिए बनाई गई है ताकि स्कैमर्स किसी यूजर को स्क्रीन शेयरिंग के बहाने पैसों की धोखाधड़ी में न फंसा सकें।
यह फीचर खास तौर पर UPI फ्रॉड को रोकने में मदद करेगा, क्योंकि भारत में ज्यादातर डिजिटल ठगी इसी तरीके से होती है।
Google की ओर से प्राइवेसी को लेकर बड़ा भरोसा
इस फीचर को लेकर सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या कॉल की बातचीत कहीं रिकॉर्ड होती है? Google ने साफ कर दिया है कि यह फीचर पूरी तरह डिवाइस पर चलता है। यानी आपकी आवाज, आपकी कॉल, आपका डेटा कुछ भी बाहर नहीं जाता। कंपनी ने यह भी कहा कि यह फीचर यूजर की प्राइवेसी से समझौता किए बिना सुरक्षित कॉल अनुभव देने के लिए बनाया गया है।
यह बात महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत में कई ऐप्स और कॉल रिकॉर्डिंग वाले टूल यूजर डेटा को सर्वर पर भेजते हैं, जिससे सुरक्षा खतरे में पड़ती है। लेकिन Google का यह सिस्टम इससे बिल्कुल अलग है।
भारत में स्कैम क्यों तेजी से बढ़ रहे हैं?
पिछले कुछ सालों में भारत में ऑनलाइन धोखाधड़ी चौगुनी बढ़ी है। इसका कारण स्मार्टफोन और इंटरनेट का फैलाव है, लेकिन इसके साथ ही लोग साइबर क्राइम के बारे में जागरूक नहीं हैं। स्कैमर्स बहुत प्रोफेशनल तरीके से कॉल करते हैं कभी बैंक अधिकारी बनकर, कभी पुलिस अधिकारी बताकर, तो कभी किसी सरकारी योजना का लालच देकर।
यही वजह है कि Google का यह नया रियल-टाइम स्कैम डिटेक्शन फीचर भारत के डिजिटल इकोसिस्टम में एक बड़ी जरूरत बनकर आया है।
नया सुरक्षित साइन-इन सिस्टम भी आने वाला है
Google सिर्फ कॉल सुरक्षा पर काम नहीं कर रहा है, कंपनी एक नए Enhanced Phone Number Verification सिस्टम पर भी काम कर रही है। यह सिस्टम SMS वाले OTP को हटा देगा और SIM-based वेरिफिकेशन को अपनाएगा। इससे OTP फ्रॉड के मामले बहुत कम हो जाएंगे, क्योंकि भारत में हजारों लोग फर्जी OTP के बहाने ठगे जाते हैं।
साधारण भाषा में समझें—यूजर को क्या फायदा होगा?
अगर आपके घर में बच्चे पढ़ाई या गेमिंग के लिए फोन इस्तेमाल करते हैं, या आपके माता-पिता अक्सर अजनबी नंबर से आने वाली कॉल उठाते हैं, तो यह फीचर उन्हें बड़ा सुरक्षा कवच देगा।
फोन खुद बता देगा कि बातचीत खतरनाक हो सकती है और आपको सावधानी बरतनी चाहिए। इससे आप स्कैम कॉल में फंसकर अपना बैंक अकाउंट या निजी जानकारी बचा सकेंगे।
Conclusion
Google का नया रियल-टाइम स्कैम डिटेक्शन फीचर भारत के यूजर्स के लिए एक बड़ी राहत है। देश में लगातार बढ़ती ऑनलाइन और फोन फ्रॉड की घटनाओं को देखते हुए यह फीचर समय की जरूरत था। पिक्सल स्मार्टफोन्स पर शुरू हुआ यह फीचर आगे चलकर अन्य डिवाइसेस तक भी पहुंच सकता है।
यह सिस्टम विशेष रूप से कमजोर यूजर्स जैसे बच्चों, टीनएजर्स और बुजुर्गों को स्कैमर्स से बचाने में मदद करेगा। साथ ही, प्राइवेसी को पूरी तरह सुरक्षित रखते हुए यह टेक्नोलॉजी कॉल फ्रॉड, UPI फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट जैसे खतरे कम करेगी।
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